समुद्री तूफान 'ठाणे' की चपेट में आने से 33 की मौत
ताजा खबरें, राष्ट्रीय 2:10 am

समुद्री तूफान 'ठाणे' ने तमिलनाडु और पड्डुचेरी में भारी तबाही मचाई है और इसमें 33 लोगों के मारे जाने की खबर है.
आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में तूफान का ज्यादा असर नहीं हुआ है. तूफान से कलपक्कम परमाणु विद्युत संयंत्र के कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने तूफान से क्षतिग्रस्त संरचना के पुनर्निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपये जारी किए हैं और प्रत्येक मृतकों के परिवार को दो लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
इस आपदा से राज्य में कुल 26 लोगों और पुडडुचेरी में सात लोगों की जान गई है जबकि आंध्र प्रदेश से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
तूफान से आंध्र में पेड़ उखड़ गए हैं और सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसके अलावा पूर्वी गोदावरी और चित्तूर जिले के कुछ इलाकों में फसलों को नुकसान हुआ है.
तूफान की वजह से तमिलनाडु के तटीय जिले कुड्डालोर में 21 लोगों की मौत हुई है जबकि विल्लूपुरम में दो, तिरूवल्लुर में दो और चेन्नई में लोगों की जान गई है. कावेरी डेल्टा क्षेत्र में करीब 25000 एकड़ में धान की फसल नष्ट हुई है.
कुड्डालोर में तेज हवाओं के चलते लोगों के घरों के छत उजड़ गए. हजारों की संख्या में लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है. तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में तूफान से बिजली के खम्भे, यातायात सिग्नल के खम्भे और मोबाइल टावर उखड़ गए.
इस बीच, आपदा के मद्देनजर जयललिता और पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी ने हालात का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ आपात बैठक की.
जयललिता ने एक बयान में कहा, "जिला अधिकारियों, विभागों के प्रमुखों और सचिवों को नुकसान का जायजा लेने के बाद रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है."
तूफान की वजह से दक्षिण रेलवे ने दो रेलगाड़ियों के समय में बदलाव किया है जबकि पांच रेलागाड़ियों को रद्द और पांच को अन्य मार्गो से रवाना किया गया है.
वहीं, पुड्डुचेरी में गुरुवार रात 11 बजे से एहतियातन बिजली काट दी गई है.
निवासी एस. रविकुमार ने बताया, "बाहर दुनिया में क्या हो रहा है, उसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं हो पा रही है. हमें केवल तेज हवाएं चलने की आवाज सुनाई पड़ रही है. बहुत सारे पेड़ गिरे हैं और मोबाइल फोन ठीक तरीके से काम नहीं कर रहा है."
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "समुद्र में 1.5 मीटर ऊंचाई की लहरें उठकर तटों से टकरा रही हैं. पुड्डुचेरी ने 14 सेंटीमीटर एवं कुड्डालोर में सात सेंटीमीटर बारिश हुई."
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थितियों पर विचार किया.चक्रवात के कारण चेन्नई, नागापट्टिनम, कुड्डालोर, कांचीपुरम और तिरुवलुर जिले में जनजीवन प्रभावित हुआ.
चेन्नई के निचले इलाकों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई, तिरुवल्लूर और अन्य स्थानों की झीलों व अन्य जल स्रोतों में जल स्तर पर नजर रखने के लिए 20 टीमें गठित की हैं.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की आठ टीमें तटीय जिलों में भेजी गई हैं.
उधर, दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों व रायलसीमा में भी चक्रवाती तूफान के साथ जबरदस्त बारिश हुई. नेल्लोरस प्रकाशम, गुंटूर और चित्तूर के कुछ इलाकों में शुक्रवार सुबह से बारिश हो रही है.
समुद्र में ऊंची लहरे जारी हैं. आंधी एवं जबरदस्त तूफान के कारण पेड़ उखड़ गए हैं. निचले एवं तटीय इलाकों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. चित्तूर जिले के दो गांवों में पानी भर गया है.
मौसम विभाग ने शुक्रवार तक तमिलनाडु के उत्तरी तटीय एवं उत्तरी क्षेत्रों एवं पुड्डुचेरी में भारी बारिश की सम्भावना व्यक्त की है.
इसके अलावा दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों व रायलसीमा, उत्तरी केरल और दक्षिण कर्नाटक में भी शनिवार दोपहर तक बारिश होने की सम्भावना है.
तूफान 'ठाणे' से कलपक्कम परमाणु विद्युत संयंत्र के कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कलपक्कम तट पर स्थित 'मद्रास एटॉमिक पॉवर स्टेशन' (एमएपीएस) के दो विद्युत संयंत्र सतर्कता के साथ सामान्य ढंग से ऊर्जा उत्पादन हो रहा था.
एमएपीएस स्टेशन के निदेशक एस. राममूर्ति ने कहा, "प्रत्येक इकाई 150 मेगावाट विद्युत उत्पादन कर रही हैं. 'ठाणे' से किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ा है."
